TraveTv.News के इस कड़ी में निम्न्लिखित मुख्य ख़बरे हैं
- अगर आप सोच रहे हैं कि आज के एपिसोड में हम भारत के एक और अनजाने बीच के बारे में बात करेंगे, तो आप गलत हैं… हैरान करने वाली बात यह है कि आज हम बीच डेस्टिनेशन नहीं, बल्कि एक अनजाने हिल डेस्टिनेशन के बारे में बात कर रहे हैं। आज हम बात कर रहे हैं हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित ब्यास नदी पर बने पोंग डैम की… इस खूबसूरत डेस्टिनेशन को महाराणा प्रताप सागर भी कहा जाता है। तो चलिए, आज ट्रेवल टीवी पर हम इस शानदार और विविधतापूर्ण डेस्टिनेशन को एक्सप्लोर करते हैं।
- पोंग डेम का निर्माण 1975 में किया गया था और यह एक वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी भी है। यह भारत के सबसे बड़े मानव निर्मित जलाशयों में से एक है, जो अद्भुत जैव विविधता का अनुभव प्रदान करता है। बर्ड वॉचर्स के लिए यह स्थान स्वर्ग से कम नहीं है। सर्दियों के दौरान, कई अंतरराष्ट्रीय पक्षी प्रजातियां लंबी दूरी तय कर इस डेम को अपना घर बना लेती हैं। हर साल, हजारों पक्षी अक्टूबर में यहां आते हैं और मिड मार्च तक रहते हैं।
- इस डेस्टिनेशन का एक और खूबसूरत पहलू है यहां मौजूद डूबे हुए मंदिरों की श्रृंखला। ये मंदिर इस तरह से बनाए गए हैं कि यह मोती की माला जैसी दिखती है, और इन्हें बाथू पत्थर से निर्मित किया गया है, इसी कारण इन्हें “बाथू की लड़ी” कहा जाता है। इन मंदिरों के निर्माण से जुड़ी कई दिलचस्प कहानियां हैं, जिन्हें यहां के स्थानीय लोग बड़ी रुचि से सुनाते हैं। ये मंदिर लगभग 10 महीने पानी में डूबे रहते हैं, और मई और जून में जब जल स्तर कम हो जाता है, तो आप इन मंदिरों के अंदर का भी एक्सप्लोर कर सकते हैं। तो, आपके पास दो विकल्प हैं: पानी में डूबे हुए मंदिरों को देखना, या 10 महीने इंतजार करके जब ये मंदिर बाहर आ जाएं, तो इन्हें अंदर से एक्सप्लोर करना।
इन मंदिरों के आसपास कुछ छोटे-छोटे टापू हैं, जिन्हें पर्यटकों के लिए विकसित किया जा रहा है। इन टापुओं पर वन विभाग द्वारा चलाए गए रिसॉर्ट्स हैं, जहां पर्यटकों को रुकने के लिए सुविधाजनक व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, पोंग डैम के पास रादबली जंगल रिसॉर्ट और पोंग इको विलेज भी रहने के बेहतरीन विकल्प हैं। - पोंग डेम के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा गग्गल हवाई अड्डा है, जो कांगड़ा में स्थित है और पोंग डेम से लगभग 75 किलोमीटर दूर है।
- पोंग डेम, एक वीकेंड डेस्टिनेशन होने के साथ-साथ, हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध डेस्टिनेशन्स जैसे मैक्लोडगंज और मंडी के साथ भी जोड़ा जा सकता है। धीरे-धीरे इस डेस्टिनेशन की लोकप्रियता बढ़ रही है और अब इसे हिमाचल का गोवा भी कहा जाने लगा है।