TraveTv.News के इस कड़ी में निम्न्लिखित मुख्य ख़बरे हैं
- जब समुद्र और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध ओडिशा की बात होती है, तब अक्सर लोग इसकी तटीय सुंदरता की कल्पना करते हैं। लेकिन पूर्वी घाटों की गोद में, ओडिशा के कंधमाल जिले में 3000 फीट की ऊंचाई पर बसा एक अनमोल रत्न है – दरिंगबाड़ी, जिसे अक्सर “ओडिशा का कश्मीर” कहा जाता है। यह नाम यूं ही नहीं मिला, बल्कि यहाँ की जलवायु, हरियाली, घाटियाँ और कभी-कभार होने वाली बर्फबारी इसे एक अलग पहचान देती हैं।
- दरिंगबाड़ी की खासियत
- दरिंगबाड़ी एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहाँ की 50% से अधिक आबादी अनुसूचित जनजातियों की है। यह इलाका केवल प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी जीआई टैग प्राप्त जैविक हल्दी, अदरक उत्पादन, कॉफी और काली मिर्च के बागानों के लिए भी जाना जाता है। ब्रिटिश काल में यह इलाका ‘दरिंग’ नामक अंग्रेज अधिकारी के अधीन था, और ‘बाड़ी’ का अर्थ होता है गाँव — इसी से इसका नाम पड़ा “दरिंगबाड़ी”।
- वैसे तो इस डेस्टिनेशन पर ओड़िसा गवर्नमेंट के एको रिट्रीट के अलावा कई और रिसॉर्ट्स हैं जहाँ पर नेचर के बीच में रिलैक्स किया जा सकता है लेकिन लोकल साईट सीन के लिए भी यहाँ पर आप्शन है , जैसे पुतुड़ी वाटरफॉल्स, लवर्स पॉइंट, बैलाघाटी फॉल्स, एम्मू फार्म, हिल व्यू पॉइंट, और साइलेंट वैली
- यहाँ पर कोंध जनजाति रहती है ..उन लोगो से मिलना और उनके पारंपरिक जीवन, हस्तशिल्प और सांस्कृतिक रीति-रिवाजों को करीब से जानना भी अपने आप में एक new experience हो सकता है। साथ हैं कॉफी और मसाला बागान टूर यहाँ पहुँच कर ज़रूर करना चाहिए
- Utopia resort, नेचर रिट्रीट, डियरस एको होम रिसोर्ट …य्याहन पर स्टे करने के लिए कुछ बेहतरीन आप्शन है।
- दरिंगबाड़ी का अपना authentic cuisine है खासतौर पर जड़ी-बूटियों से बना खाना, ताजी सब्जियाँ और ट्राइबल तरीके से पकाया गया बम्बू राइसजरूर ट्राय करें। अगर आप स्थानीय लोगों के साथ होमस्टे में रुकते हैं, तो पारंपरिक भोजन का असली स्वाद मिलेगा। यहाँ से nearest एअरपोर्ट: भुवनेश्वर हैं।
- दरिंगबाड़ी एक year around डेस्टिनेशन है नवंबर से फरवरी – ठंड के मौसम में तापमान 0°C तक चला जाता है और कभी-कभार बर्फ की हल्की परत भी दिखती है। जुलाई से सितंबर – हरियाली अपने चरम पर होती है, लेकिन मानसून में बारिश अधिक होती है।
- दरिंगबाड़ी को पूरी तरह महसूस करने और आस-पास के प्रमुख स्थलों की सैर के लिए 2 से 3 दिन का समय पर्याप्त है। अगर आप प्रकृति में खुद को खो देना चाहते हैं, तो 4 दिन भी enough रहेंगे। आप चाहें तो दरिंगबाड़ी यात्रा के साथ चिल्का झील, गोपालपुर बीच या भीतरकनिका नेशनल पार्क को भी जोड़ सकते हैं।
- दरिंगबाड़ी ओडिशा का एक ऐसा छिपा हुआ खजाना है जहाँ प्रकृति, संस्कृति, शांति और रोमांच एक साथ मिलते हैं। यदि आप किसी शांत, कम भीड़-भाड़ वाली जगह पर कुछ दिन प्रकृति की गोद में बिताना चाहते हैं, तो दरिंगबाड़ी आपकी अगली यात्रा का आदर्श गंतव्य हो सकता है।