Explore Loktak (March 8, 2025)

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TraveTv.News के इस कड़ी में निम्न्लिखित मुख्य ख़बरे हैं

  • अगर आप किसी ऐसी जगह की तलाश में हैं, जहां प्रकृति का जादू हर तरफ बिखरा हो, तो आपको उत्तर-पूर्व भारत के मणिपुर राज्य में स्थित लोकतक झील जरूर देखनी चाहिए। यह सिर्फ एक झील नहीं, बल्कि अपने आप में एक अनोखी दुनिया है। दुनिया की इकलौती ‘फ्लोटिंग’ यानी तैरती हुई झील! जी हां, लोकतक झील में आपको पानी के ऊपर तैरते हुए द्वीप दिखेंगे, जिन्हें ‘फुमदी’ कहा जाता है।
  • इंफाल से लगभग 48 किलोमीटर दूर स्थित, लोकतक झील उत्तर-पूर्व भारत की सबसे बड़ी fresh water की झील है। दूर से देखने पर यह किसी छोटे से inland sea जैसी लगती है, और करीब से देखने पर यह अपने aquatic life, बोटिंग और तैरते हुए Island से आपको हैरान कर देगी।
    और हां, यहीं पर मौजूद है दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ national park – ‘केइबुल लामजाओ नेशनल पार्क’। यहां आकर wildlife explore करने वालों को एक incredible experience देखने को मिलता है।
  • अब बात करते हैं लोकतक झील में उन चीजों की, जो इसे एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाती हैं। सेंद्रा टूरिस्ट होम से आप झील का विहंगम दृश्य देख सकते हैं। यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा अपने आप में बेहद यूनिक experience है।
  • अगर आप लोकतक झील तक आए हैं, तो आसपास के कुछ और खास टूरिस्ट स्पॉट भी देख सकते हैं। मोइरांग में स्थित आईएनए संग्रहालय, जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में पहली बार भारतीय राष्ट्रीय सेना का झंडा फहराया गया था।इसके अलावा, खोंगजोम वार मेमोरियल – जहां मणिपुर के वीर योद्धाओं ने अंग्रेजों के खिलाफ आखिरी लड़ाई लड़ी थी। और अगर आप धार्मिक पर्यटन में रुचि रखते हैं, तो बिष्णुपुर में स्थित विष्णु मंदिर भी देख सकते हैं, जो अपनी अनूठी वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
  • अगर आपको रोमांच पसंद है, तो तकमू वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बोटिंग, कयाकिंग और अन्य water sports का मजा ले सकते हैं।
  • सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट इंफाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जो लोकतक से सिर्फ 55 किलोमीटर दूर है। यहां से टैक्सी या लोकल ट्रांसपोर्ट के जरिए आप आसानी से झील तक पहुंच सकते हैं।
  • नवंबर से फरवरी के बीच का समय ये जगह explore करने के लिए सबसे बेहतरीन रहता है। ठंड के मौसम में झील का पानी शांत और नीला दिखता है, और इस दौरान आप migrated birds के झुंड भी देख सकते हैं। साथ ही, इस समय केइबुल लामजाओ नेशनल पार्क में संगई हिरणों को भी आसानी से देखा जा सकता है।
  • मणिपुर सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आतिथ्य सत्कार के लिए भी जाना जाता है। यहां के लोग मिलनसार और अपनी परंपराओं से गहराई से जुड़े हुए हैं। अगर आप लोकल लाइफस्टाइल को करीब से महसूस करना चाहते हैं, तो लोकतक के मछुआरों के साथ समय बिताना, उनकी जीवनशैली को समझना और उनकी कहानियां सुनना एक अनोखा अनुभव होगा।
  • आपके इस ट्रिप का असली मजा तो वहां के लोकल खाने में है …अगर आप fish के शौकीन हैं, तो ‘ऐरोबा’ जरूर ट्राई करें। चामथोंग’ यानी वेजिटेबल सूप, ‘पाक्नम’ जो आलू टिक्की जैसी दिखने वाली fish से बनी डिश है, और ‘सिगंजू’ जो एक फेमस मणिपुरी सलाद है – ये सब आपके टेस्ट बड्स के लिए एक नया अनुभव देंगे।
  • अगर आप लोकतक में एक दिन से ज्यादा रुकना चाहते हैं, तो चिंता न करें! यहां ठहरने के लिए कई बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं। लोकतक के पास सेंद्रा टूरिस्ट होम एक अच्छा ऑप्शन है, जहां से झील का खूबसूरत नज़ारा दिखता है। इसके अलावा, मोइरांग और इंफाल में भी अच्छे होटल और होमस्टे उपलब्ध हैं, जो बजट और कम्फर्ट के अनुसार एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं।
  • तो अब जब भी आप एक अनोखी जगह घूमने का प्लान बनाएं, जहां प्राकृतिक सुंदरता, रोमांच, संस्कृति और इतिहास – सबकुछ एक साथ मिले, तो लोकतक झील को जरूर अपनी बकेट लिस्ट में शामिल करें।