TraveTv.News के इस कड़ी में निम्न्लिखित मुख्य ख़बरे हैं
- अगर आप सोचते हैं कि आपने हिमाचल की हर खूबसूरती देख ली है — तो एक बार फिर सोचिए। क्योंकि आज हम आपको ले चलेंगे भारत के आखिरी बसे हुए गांव — चितकुल की दिल छू लेने वाली यात्रा पर।
- समुद्रतल से 11,320 फीट की ऊँचाई पर बसा चितकुल — किन्नौर की सांगला घाटी का एक अनमोल रत्न है। यह न सिर्फ एडवेंचर लवर्स के लिए एक स्वर्ग है, बल्कि ज्योग्राफिकल और cultural explorers के लिए भी एक अनोखा अनुभव है।
- दिल्ली से चितकुल की दूरी लगभग 570 किलोमीटर है।
- बास्पा नदी के किनारे बसा चितकुल, प्रकृति की गोद में बसा एक ऐसा स्थान है जहाँ समय थम-सा जाता है। यहाँ की हवा को IIT दिल्ली के एक अध्ययन ने भारत की सबसे स्वच्छ हवा घोषित किया है।
- चितकुल सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि एक गहरा और खूबसूरत अनुभव है। यहाँ आप कई तरह की adventure activities का आनंद ले सकते हैं। आप लमखागा पास ट्रेक और बोरसु पास ट्रेक कर सकते हैं। रानीकांडा मीडोज़ में कैंपिंग करना एक अलग ही एहसास देता है। आप ITBP पोस्ट तक ट्रेकिंग भी कर सकते हैं, जो काफी रोमांचक होता है। इसके अलावा, बेरिंग नाग मंदिर और काग्यूपा गोम्पा जैसे आध्यात्मिक स्थलों का दर्शन करना भी एक यादगार अनुभव होता है।
- यहाँ बहुत सारे लोकल होमस्टे उपलब्ध हैं। homeस्टे का option होने के साथ साथ होटल Zostel को accommodation के लिए चुना जा सकता हैं। चितकुल में ज़्यादातर होमस्टे और गेस्टहाउस में घर जैसा सादा और स्वादिष्ट खाना परोसा जाता है। आमतौर पर इसमें रोटी, दाल, चावल, हरी सब्ज़ी और कभी-कभी
- हिमाचली राजमा शामिल होती है। ज़ोस्टेल चितकुल में एक छोटा सा कैफे भी है, जहाँ आप सूप, नूडल्स या कॉफी का आनंद ले सकते हैं। यहाँ के खाने में सादगी और ताज़गी का अनोखा स्वाद मिलता है
- चितकुल घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून या सितंबर से अक्टूबर के बीच है। अगर आप चितकुल को बर्फ से ढका देखना चाहते हैं, तो दिसंबर से जनवरी के बीच आएं।
- चितकुल की यात्रा जितनी खूबसूरत है, उतनी ही तैयारी भी मांगती है। सर्दियों में यहाँ का तापमान माइनस में चला जाता है, इसलिए गर्म कपड़े, दस्ताने, टोपी और ठंडी से बचाने वाले जूते साथ लाना ज़रूरी है। इस क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट बहुत कम काम करता है, इसलिए ऑफलाइन मैप्स और पर्याप्त कैश अपने पास रखें।
- रास्ता कई जगहों पर landslide प्रभावित हो सकता है, इसलिए मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें। ऊँचाई की वजह से शरीर को वातावरण के अनुसार ढलने में समय लग सकता है, इसलिए ज़्यादा भाग-दौड़ न करें और खुद को आराम दें।
- अगर आप फ्लाइट से यात्रा कर रहे हैं, तो चितकुल के लिए सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट शिमला एयरपोर्ट है। शिमला से चितकुल की दूरी लगभग 240 किलोमीटर है, जिसे तय करने में करीब 9 से 10 घंटे की सड़क यात्रा लगती है। शिमला से आप प्राइवेट टैक्सी के माध्यम से सांगला पहुँच सकते हैं।
- चितकुल वो जगहें हैं जहाँ प्रकृति, परंपरा और प्रेम – सब एक साथ मिलते हैं।यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, एक अनुभव है जो आपको ज़िंदगी भर याद रहेगा। अगर आप भीड़-भाड़ से दूर, असली हिमाचल देखना चाहते हैं — तो चितकुल आपके लिए है।