TraveTv.News के इस कड़ी में निम्न्लिखित मुख्य ख़बरे हैं
- गर्मियों ने दस्तक दे दी है। और अब बारी है hill स्टेशन में छुटियाँ प्लान करने की। लेकिन पहाड़ों पर बढती भीड़ कहीं आपका प्लान ना ख़राब कर दे। हम आज ट्रेवल टीवी में बात करेंगे एक ऐसी जगह जो एक बेहद खूबसूरत hill स्टेशन है लेकिन मनाली और नैनीताल की तरह भीड़ भाड़ वाला नहीं बल्कि एक सुकून भरी छुटीयों के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है। आज बात हिमाचल के कल्पा, कल्पा हिमाचल प्रदेश का एक छोटा सा क़स्बा, जो समुद्र तल से 2960 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस कस्बे की लोकेशन यहाँ से दिखने वाले views की वजह से unique है। इस गाँव के हर मोड़, हर घर से कैलाश पर्वत की बर्फीली चोटियों को निहारने का मौका मिल जाएगा। यही है इस डेस्टिनेशन की सबसे बड़ी खासियत एक ओर ऊँचे पहाड़ वहीँ दूसरी ओर सतलज नदी कल्पा की खूबसूरती को ओर बढाती है। apple orchid की जो range यहाँ मौजूद है वो आपको और कहीं नहीं देखने को मिलेगी, इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि ब्रिटिश राज के दिनों में कल्पा अंग्रेजों के सबसे पसंदीदा ग्रीष्मकालीन स्थलों में से एक था।
- प्राकृतिक खूबसूरती के बाद बात करते हैं लोकल आर्ट की, कल्पा के मंदिर और बौद्ध मठ, ये सभी हिमाचली पारंपरिक वास्तुकला शैली का बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। सबसे लोकप्रिय हैं नारायण-नागिनी मंदिर, जो वास्तुकला की पारंपरिक तिब्बती पैगोडा शैली में बनाया गया है, जो लोग ट्रैकिंग के सौकीन है उनके लिए तो यहाँ कई आप्शन हैं, उसमें सबसे ख़ास है कल्पा से रोघी गांव तक का पांच किलोमीटर का ट्रैक करें..जो आपके लिए जीवन भर यादगार रहेगा।
- अमूमन मार्च महीने के बाद से यहाँ बर्फ पिघलना शुरू हो जाती है, इसलिए अप्रैल के बाद और बरसात शुरू होने से पहले यहाँ जाना सबसे ज्यादा बेहतर होता है, लेकिन अगर आप सेब से लदे बागीचों को देखना चाहते हैं तो September और October में यहाँट्रिप प्लान कर सकते हैं।
- दिल्ली से कल्पा 580 किमी, चंडीगढ़ से 330 किमी और शिमला से 225 किमी दूर है। चंडीगढ़ तक फ्लाइट व ट्रेन से भी पहुंचा जा सकता है। सुरक्षा कारणों से कल्पा जाने के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है। कल्पा चीन के कब्जे वाले तिब्बत के बहुत करीब स्थित है।