Munsiyari: Hidden Gem of Uttarakhand (April 20, 2024)

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TraveTv.News के इस कड़ी में निम्न्लिखित मुख्य ख़बरे हैं

  • गर्मियां अपने पूरे शबाब पर है ….लॉन्ग हौल डेस्टिनेशन के लिए तो प्लानिंग हो चुकी है…लेकिन अगर आपने अभी तक अपनी गर्मियों की छुटियाँ प्लान नहीं की है तो आप उत्तराखंड के मुनस्यारी को चुन सकते हैं
  • क्या है इस डेस्टिनेशन में एन्जॉय और experience करने के लिए आज ट्रेवल टीवी में बात इसी की …..उत्तराखंड में मौजूद मुनस्यारी नेपाल तिब्बत सीमा पर स्थित एक hill स्टेशन है……मुनस्‍यारी चरों ओर से हिमालयन माउंटेन range से घिरा हुआ है। हिमालयन माउंटेन range का 360 view मुनस्यारी से देखा जा सकता है, और इनमें भी सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध है पंचचूली पर्वत का viewl जौहर घाटी में स्थित पांच चोटियों के कारण इसे पंचाचूली नाम दिया गया है। अगर आप यहां जाएंगे, तो देखेंगे कि सूर्योदय और सूर्यास्‍त के समय ये चोटियां सोने की तरह चमकती हैं। आलम ये है कि हर कोई मुनस्‍यारी का ये नजारा देखने के लिए बेकरार रहता है।
  • जोहार घाटी पर बसा मुनस्यारी समुद्र तल से 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित 8-9 गाँव का एक समूह है।[ गोरी गंगा नदी मुनस्यारी से होकर बहती है। गोरी घाटी में स्थित जंगलों में पक्षियों की विभिन्न प्रजातियां रहती हैं।
  • नंदा देवी मंदिर, बिरथी fall, डानाधार पिकनिक स्पॉट कुछ ऐसी जगह है जो मुनस्यारी जाने पर मस्ट visit प्लेसेस हैं। नेचर लवर्स के अलावा एडवेंचर travellers के लिए ये जगह बहुत interesting है। यहाँ रिवर राफ्टिंग तो की ही जा सकती है साथ ही मुनस्यारी कई ट्रैक्स का बसे कैंप भी है, मिलाम glaciour का ट्रैक उसमें सबसे ज्यादा प्रचलित है। अगर आप कल्चर और हेरिटेज explore करना पसंद करते हैं तो यहाँ मौजूद जनजातीय विरासत म्यूजियम ज़रूर जाएँ। वैसे तो मुनस्‍यारी में विंटर वंडर भी experience किया जा सकता है लेकिन बर्फ़बारी के दौरान यहाँ रास्ते बंद होने का खतरा बना रहता है। अन्य पहाड़ी इलाकों की तरह बरसात में यहाँ जाना अवॉयड करना चाहिए। यहाँ जाने का सबसे आचा समय अप्रैल से जून और September से नवम्बर हैlमुनस्‍यारी में ठहरने के लिए काफी होटल, लॉज और गेस्‍ट हाउस है, लेकिन अगर इस डेस्टिनेशन और यहाँ के पहाड़ी कल्चर का असली फील लेना है तो होम stays सबसे बढ़िया आप्शन माना जाता है। भारत का पहला होम स्टे गाँव भी मुनस्यारी में ही है, जिसका नाम है सरमोली, यहाँ हर घर होमस्टे है।
  • यहाँ का लोकल cuisine काफी सिंपल होता है, लेकिन आर्गेनिक फ़ूड का स्वाद कैसे खाने में जान डालता है ये यहाँ आप महसूस कर सकते हैं। मुनस्यारी का सबसे फेमस फ़ूड प्रोडक्ट है यहाँ राजमा, इसके अलावा मडुआ यानी रागी की रोटी के साथ मौसमी सब्जी का आनंद आप ले सकते हैं और नॉन वेजीटेरियन के लिए भी लोकल स्टाइल में बना मटन करी और चावल काफी फेमस है।
  • खरीदारी के लिए आपको यहाँ ऊन से बनी बनी शॉल, टोपी और स्कार्फ मिल जायेंगे। आप यहाँ की स्थानीय महिलाओं को पारंपरिक हैंडलूम में काम करते और ऊन और उससे जुडी चीजे बनाते हुए देख सकते हो, जिसमें उनके प्यारे पालतू खरगोशों से प्राप्त अंगोरा ऊन भी शामिल है। इसके अलावा लोकल मसाले और जड़ी बूटियां भी खरीद सकते हैं।
  • काठगोदाम से मुनस्‍यारी की दूरी लगभग 295 किलोमीटर है और नैनीताल से 265 किलोमीटर है। इसके बाद टैक्सी से मुनस्यारी तक की रोड ट्रिप बहुत ही खूबसूरत जर्नी है। मुनस्यारी पहुँचने के लिए रास्ते मैंने थल , बेरिनाग, चौकोड़ी जैसे कई जगहें मिलेगी जो बहुत ही अच्छी हैं।