When Nature Comes Alive (June 28, 2025)

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  • केरल के पश्चिमी घाटों में बसा पेरीयर नेशनल पार्क सिर्फ एक अभयारण्य नहीं, बल्कि एक ऐसा जीवंत जंगल है जहाँ प्रकृति, वन्यजीव और परंपरा एक साथ सांस लेते हैं। लगभग 925 वर्ग किलोमीटर में फैला यह पार्क 1982 में नेशनल पार्क घोषित किया गया था और इसका हृदय है पेरीयर नदी से बनी झील — जो यहां के हाथियों, बाघों, हिरनों और सैकड़ों पक्षियों के लिए जीवन रेखा है।
  • इस अभयारण्य की सैर करने का सबसे बेहतर समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है, जब मौसम नर्म और जंगल हरियाली से लबरेज़ होता है। इस दौरान आप बोट सफारी का आनंद ले सकते हैं, जिसमें आप झील के शांत पानी में तैरते हुए जंगली जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में निहार सकते हैं। इसके अलावा, जीप और बस सफारी, गाइडेड नेचर वॉक और बम्बू राफ्टिंग जैसे एडवेंचर experience भी यहां मिलते हैं, जो हर उम्र के पर्यटकों के लिए unforgettable बन जाते हैं।
  • पेरीयर घूमने आएं तो सिर्फ जंगल में ही सीमित न रहें। इसके आसपास भी बहुत कुछ है जो मन को छू जाता है। जैसे, कुमली एक सुंदर कस्बा है जो थेक्कडी से जुड़ा हुआ है और यहां से पूरे क्षेत्र की सैर आसान हो जाती है। वहीं मुरिक्कडी नाम की जगह आपको ले जाती है हरियाली से भरे मसाले के बागानों की ओर, जहाँ आप कॉफी, काली मिर्च और इलायची की खुशबू में खो सकते हैं। इसके अलावा, वंदनमेडु की पहाड़ियाँ और वहां का इलायची उत्पादन देखने लायक है। और अगर आप संस्कृति और इतिहास से जुड़ना चाहते हैं, तो रामक्कलमेडु ज़रूर जाएं — जहाँ से आप तमिलनाडु के कई गाँवों का नज़ारा ले सकते हैं।
  • रहने के लिए भी पेरीयर और थेक्कडी क्षेत्र में बहुत से बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं। जैसे, Spice Village और The Elephant Court जैसे इको-फ्रेंडली और लग्ज़री रिसॉर्ट्स जहाँ आप जंगल के करीब रहते हुए सभी सुविधाओं का आनंद ले सकते हैं। वहीं Aranya Nivas, जो खुद जंगल के भीतर स्थित है, वहां रुकना अपने आप में एक अद्भुत अनुभव है।
  • पेरीयर के आसपास के गाँवों में रहने वाले जनजातीय समुदाय जैसे मन्नान, मालयरायण, और पलियान इस क्षेत्र की आत्मा हैं। उनके साथ ट्राइबल ट्रेल्स पर जाना, जंगल की जड़ी-बूटियों को जानना और उनके लोक संगीत व हस्तशिल्प का experience लेना इस यात्रा को और गहरा बना देता है।
  • खानपान की बात करें तो यहाँ का पारंपरिक केरल भोजन – चावल, सांभर, पुट्टू, अवियल और मसालेदार करी विशेष स्वाद देता है। लेकिन अगर आप नॉर्थ इंडियन या कॉन्टिनेंटल खाना पसंद करते हैं, तो कुमली और थेक्कडी के कई मल्टी-कुज़ीन रेस्टोरेंट्स में अन्य विकल्प आसानी से मिल जाते हैं।
  • पेरीयर नेशनल पार्क और इसके आसपास की यात्रा सिर्फ जंगल देखने की नहीं, प्रकृति को महसूस करने, संस्कृति को समझने और आत्मा से जुड़ने का अनुभव है। यहां की हर पगडंडी, हर झील और हर मुस्कराता ग्रामीण चेहरा आपको बार-बार बुलाएगा। अगली बार जब आप केरल आएं, तो पेरीयर ज़रूर आइए – क्योंकि यह वो जगह है जहाँ रोमांच और शांति एक साथ मिलते हैं।